निफ्ट हैदराबाद ने भारत की समृद्ध हथकरघा विरासत को बढ़ावा देने और संरक्षित करने के उद्देश्य से कई आकर्षक गतिविधियों के साथ 10वां राष्ट्रीय हथकरघा दिवस मनाया। इस कार्यक्रम में भारतीय संस्कृति और अर्थव्यवस्था में हथकरघा के महत्व पर प्रकाश डाला गया, जिससे छात्रों और शिक्षकों में समान रूप से प्रशंसा बढ़ी।
मुख्य अतिथि और गणमान्य व्यक्ति:
इस समारोह में हैदराबाद के जिला कलेक्टर की ओर से डीसी हैंडलूम की सहायक निदेशक सुश्री इंदिरा ने भाग लिया। उनके साथ निदेशक प्रो. डॉ. मालिनी दिवाकला, प्रो. डॉ. अन्नाजी शर्मा (सीएसी), श्री अविनाश रायपल्ली (संयुक्त निदेशक) और श्री शिवानंद शर्मा (सीआईसी) भी थे। उनकी उपस्थिति ने संस्थान की हथकरघा संवर्धन के प्रति प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।
आयोजित गतिविधियाँ:
1. हथकरघा प्रतिज्ञा: कार्यक्रम की शुरुआत एक हथकरघा प्रतिज्ञा के साथ हुई, जहाँ छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों ने हथकरघा उत्पादों का समर्थन और संवर्धन करने की शपथ ली। सीएसी द्वारा दिलाई गई यह प्रतिज्ञा पारंपरिक हथकरघा क्षेत्र को बनाए रखने के लिए निफ्ट समुदाय की प्रतिबद्धता को परिभाषित करती है।
2. हथकरघा प्रश्नोत्तरी: भारत में हथकरघा वस्त्रों के इतिहास, तकनीक और महत्व के बारे में प्रतिभागियों के ज्ञान को बढ़ाने के लिए एक हथकरघा प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया गया। प्रश्नोत्तरी में छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और हथकरघा विरासत के बारे में अपनी समझ का प्रदर्शन किया।
3. छात्रों के लिए स्टाइलिंग प्रतियोगिता: छात्रों ने स्टाइलिंग प्रतियोगिता में पारंपरिक हथकरघा कपड़ों को शामिल करते हुए समकालीन परिधानों को डिज़ाइन और प्रदर्शित किया। इस कार्यक्रम ने युवा डिजाइनरों को पारंपरिक शिल्प को आधुनिक सौंदर्यशास्त्र के साथ मिलाते हुए हथकरघा वस्त्रों के साथ प्रयोग करने और उनका जश्न मनाने का एक मंच प्रदान किया।
4. सांस्कृतिक प्रदर्शन: इस कार्यक्रम में भारतीय हथकरघा परंपराओं की विविधता का जश्न मनाते हुए पारंपरिक नृत्य और संगीत सहित सांस्कृतिक प्रदर्शन शामिल थे। इन प्रदर्शनों ने हथकरघा वस्त्रों के सांस्कृतिक महत्व को उजागर किया, विभिन्न क्षेत्रों की कहानियों और उनकी अनूठी बुनाई तकनीकों का वर्णन किया।
5. छात्रों द्वारा रैंप वॉक: छात्रों द्वारा रैंप वॉक में हथकरघा कपड़ों को शामिल करते हुए डिज़ाइन प्रदर्शित किए गए। छात्रों ने आधुनिक फैशन में पारंपरिक वस्त्रों की समकालीन प्रासंगिकता को उजागर करते हुए आत्मविश्वास के साथ अपनी कृतियों का प्रदर्शन किया।
6. फैकल्टी और स्टाफ द्वारा रैंप वॉक: इस दिन का एक मुख्य आकर्षण फैकल्टी और स्टाफ द्वारा रैंप वॉक था, जिसमें उन्होंने भारत के विभिन्न हिस्सों से बेहतरीन हथकरघा वस्त्र पहने थे। इस रैंप वॉक ने हथकरघा कपड़ों की भव्यता को प्रदर्शित किया और हथकरघा विरासत को संरक्षित करने और बढ़ावा देने के लिए संस्थान के समर्पण को प्रदर्शित किया।
समारोह का समापन एक संदेश के साथ हुआ, जिसमें टिकाऊ फैशन में हथकरघा के महत्व और कारीगरों को सशक्त बनाने में इसकी भूमिका पर जोर दिया गया। निफ्ट हैदराबाद का 10वां राष्ट्रीय हथकरघा दिवस समारोह एक शानदार सफलता थी, जो भारत की हथकरघा विरासत की गहरी समझ और प्रशंसा को बढ़ावा देने के लिए संस्थान के समर्पण को दर्शाता है। सीआईसी के मार्गदर्शन में छात्रों की मदद से आयोजित इस कार्यक्रम की निदेशक ने काफी सराहना की।




