पहला दिन
6 अगस्त 2021 को एसडीएसी द्वारा एक सत्र आयोजित किया गया जिसमें फाउंडेशनल प्रोग्राम के दोनों बैचों के स्नातक छात्रों और फैशन प्रबंधन में मास्टर के छात्रों को हथकरघा और हमारे जीवन में उनके महत्व के बारे में विस्तार से बताया गया। सत्र की शुरुआत मे निफ्ट पंचकूला के केंद्र निदेशक डॉ अमनदीप सिंह ग्रोवर और सीएसी निफ्ट पंचकूला डॉ विशु अरोड़ा शामिल हुए । उसके बाद एक विशेषज्ञ व्याख्यान, सुश्री यशस्वी के साथ चर्चा हुई।
सुश्री यशस्वी एक शिल्प उत्साही, बहुआयामी डिजाइन क्षेत्रों में एक डिजाइन शिक्षक और 'गिलहरी हस्तशिल्प' की सह-संस्थापक हैं। वह भारतीय कारीगरों के भरण-पोषण और आजीविका के लिए मिलकर काम कर रही हैं।
दूसरा दिन
आज हमारे पास Amazon, Flipkart, Myntra, और अन्य जैसी कई ऑनलाइन शॉपिंग साइटों तक पहुंच है, जहां हम एक क्लिक से दुनिया भर के ब्रांड जैसे अरमानी, H&M, और Zara खरीद सकते हैं ऐसे मे हथकरघा परिधान का क्या महत्व है जिसे रखरखाव की आवश्यकता होती है ।
वर्तमान परिदृश्य में हथकरघा की स्थिति पर चर्चा करने के लिए, निफ्ट पंचकूला के छात्र और छात्रा एक बहस के लिए एकत्र हुए। इस बहस के माध्यम से कई नए विचारों को प्रकाश में लाया गया ।
कुल मिलाकर, दोनों दिन के सत्र काफी जानकारीपूर्ण थे, और छात्रों ने बहुत अच्छा समय बिताया।