डिजाइन स्पेस विभाग, राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान, पंचकुला द्वारा 9 से 11 फरवरी 2022 तक "शिल्पशाला" का आयोजन किया गया । कार्यशाला का उद्घाटन डॉ अमनदीप सिंह ग्रोवर, निदेशक, निफ्ट, पंचकुला ने किया, जहां उन्होंने सभी कारीगर, विशेषज्ञ, संकाय, और छात्रों का स्वागत किया।
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य भारत सरकार द्वारा अपनी विभिन्न एजेंसियों जैसे डीसी हैंडलूम, डीसी हस्तशिल्प और निफ्ट जैसे प्रमुख डिजाइन संस्थानों के माध्यम से प्रदान की जा रही नीतियों और विशेष योजनाओं के बारे में कारीगरों के बीच जागरूकता पैदा करना था।
विविध पृष्ठभूमि के विशेषज्ञों का समूह इस कार्यशाला का हिस्सा बने। श्री संजय गुप्ता, उप निदेशक, बुनकर सेवा केंद्र, पानीपत ,ने हथकरघा बुनकरों के अभ्यास के लिए विभिन्न सरकारी योजनाओं पर प्रकाश डाला। श्री हरप्रीत पदम, सह-संस्थापक, अन्लाइक डिजाइन ने पारंपरिक शिल्प कौशल का उपयोग करके समकालीन उत्पादों को डिजाइन करने के बारे में बात की। इसी प्रकार श्री अशोक कुमार मीना , वरिष्ठ सहायक निदेशक, रेवाड़ी के हस्तशिल्प, ने दस्तकारों को भारत सरकार द्वारा दी जाने वाली वित्तीय सहायता के बारे में जानकारी दी। कार्यशाला में हरियाणा के पूर्व सैनिक और राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता श्री महावीर प्रसाद बोंडवाल और उनके पुत्र श्री चंद्रकांत भी शामिल थे , जिन्होंने बहादुरगढ़ से लकड़ी की नक्काशी में राष्ट्रीय पुरस्कार जीता है। इन्होंने आने वाले कारीगरों के साथ अपनी यात्रा और अनुभव सांझा किया। अहमदाबाद के एक शिल्प विशेषज्ञ श्री लोकेश घई ने कैसे भारतीय शिल्प की अंतरराष्ट्रीय बाजार में बड़ी संभावनाएं हैं और कैसे कारीगर, संग्रहालयों, प्रदर्शनियों और व्यापार मेलों सहित अंतरराष्ट्रीय बाजार को पूरा करने के लिए अपने पोर्टफोलियो को विकसित कर सकते हैं के बारे में चर्चा की।