टैक्सटाईल इंडिया में निफ्ट सहभागिता की विशेषतांए :
- 1. “साईज इंडिया” गोल-मेज सम्मेलन
- 2. “रंग और डिज़ाइन में चलन” पर गोल-मेज सम्मेलन
- 3. प्रकरण मंडप में निफ्ट का प्रदर्शन
- 4. निफ्ट मंडप
- 5. शैक्षणिक सहयोग और व्यापार सहायता के क्षेत्रों में 3 संस्थानों के साथ समझौता-ज्ञापन
- 6. स्वंयसेवकों/संपर्क अधिकारियों का प्रावधान
- 7. संरक्षिका/उपशिक्षक
- 8. समापन समारोह का आयोजन
“साइज् इंडिया” पर गोल-मेज सम्मेलन
गोलमेज सम्मेलन की अवधारणा भारत के मानव विज्ञान सर्वेक्षण के महत्व पर चर्चा करने, उद्योग, शिक्षा और सरकार की अंतर्राष्ट्रीय श्रेष्ठ पद्यतियों , चुनौतियों (रूढ़िवादी मानसिकता) और संभावित समाधान, प्रौद्योगिकी और भावी रुझानों पर मंथन करना था। अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों में डॉ. माइक फ्रैलिक्स, अध्यक्ष और सीईओ [टीसी] 2 और श्री एडवर्ड ए. गिबबिन, अध्यक्ष, अल्वनोन, इंक शामिल थे । राष्ट्रीय विशेषज्ञों में फ्यूचर ग्रुप के सीईओ श्री राकेश बियाणी, श्री निधि राज, प्रोडक्ट हेड, पीटर इंग्लैंड, मदुरा गारमेंट्स और श्री नरेंद्र कुमार, डिजाइनर व क्रिएटिव डायरेक्टर, अमेज़ॅन, डॉ. प्रबीर जाना, प्रोफेसर शामिल थे। निफ्ट ने साइज इंडिया प्रोजेक्ट की शुरुआत की और विशेष रूप से साइज इंडिया प्रोजेक्ट में साइज सर्वेक्षण के बारे में कई विशिष्ट मुद्दों पर विचार-विमर्श करने के लिए एक जीवंत तरीके से चर्चा की मध्यस्थता की ।
"रंगों और डिजाइनों में रुझान: फैशन में भावी चलन : भारत में व्यापार के लिए मूल्य सृजन"
पैनल में तीन वक्ता और एक मध्यस्थ थे:
- 1. श्री एरिक डचएम्प, वैश्विक सीईडी, पेक्लर्स
- 2. श्री फेरिल करोयूई, कार्यनीतिक योजनाकार और चलन परामर्शदाता, प्रोमोस्टाईल
- 3. डॉ. अजोय सरकार, फैशन इंस्टिट्यूट ऑफ टैक्नालॉजी, न्यूर्याक
- 4. प्रोफेसर डॉ. शालिनी सूद, निफ्ट, भारत (मध्यस्थ)
पैनल ने निम्न प्रश्नों पर अपना ध्यान केन्द्रित किया:
- 1. निकट भविष्य में फैशन की रूचि ब्रांड्स पर किस प्रकार प्रभाव डालेगी ?
- 2. ‘केंद्रीय विषय वस्तु’ का निर्माण किस प्रकार होगा जो दिशा निर्धारित करे ?
- 3. ये निर्देश छापों, रंगों, कपड़े की बुनावट (विश्व बाज़ार के निर्माता तथा उपभोक्ता दोनों रूपों में) के क्षेत्र में भारत को परिभाषित करेंगे?
- 5. इस व्यापार में अग्रणी रहने के लिए प्रचलन बुद्धि द्वारा मूल्यों की परिभाषा – भारत के लिए दिशा। इस गोल मेज बैठक में प्रतिभागियों के कुछ प्रश्नों जैसे कि प्राकृतिक रंग, कपड़े, निरंतरता, डिज़ाइन का सही बदलाव, भारतीय डिज़ाइनों को प्रख्यात बनाना समकालिक औद्योगिक शैक्षणिक अभ्यासों पर विचार किया गया।
थीम मंडप:
स्टाल को इस प्रकार सजाने का उदेश्य था जो संस्कृति को नयी परिभाषा दे तथा फैशन में बदलाव लाये, जो जनवरी 2018 में निफ्ट की द्वारा आयोजित की जाने वाली आगामी अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का विषय है। आज फैशन शिक्षा, पारंपरिक वस्त्र एवं शिल्प से संस्कृति के जुड़ाव पर प्रकाश डालती है, इसे ध्यान में रखते हुए पूरे मंडप की साज सज्जा हुई थी। प्रदर्शनी के लिए मुख्य विषय के रूप में आल (लाल), नील (नीला) तथा बेज (हल्का भूरा) रंग चुने गए थे। इस मंडप में फैशन डिज़ाइन, बुने हुए वस्त्रों की डिज़ाइन, कपड़ों की डिज़ाइन, चमड़ा डिज़ाइन, फैशन संचार तथा अन्य सामानों की डिज़ाइन आदि पर स्नातक परियोजनाओं को प्रदर्शित किया गया था। इसी मंडप के दूसरे कोने में निफ्ट के शिल्प प्रयासों, शोध तथा उन्नत प्रयासों और नीले स्वर्ण (इंडिगो) आदि को प्रदर्शित किया गया था।
एचएमओटी के मंडप में निफ्ट का प्रदर्शन
मुख्य थीम मंडप में निफ्ट को दिए गए क्षेत्र में निफ्ट ने फैशन डिज़ाइन स्नातकों के दो डिज़ाइन संग्रहों की प्रदर्शनी लगायी थी। प्रदर्शन के पीछे निफ्ट के शो रील को एलईडी टीवी के बड़े परदे पर भी दिखाया गया ।
स्वयंसेवकों/ प्रबंध अधिकारियों का प्रबंधन :
टेक्स्टाइल इंडिया 2017 के लिए स्वयंसेवकों का कार्य फैशन शो में मार्गरक्षण, आतिथ्य सत्कार जैसे संस्थापन कार्य में सहयोग करने के साथ-साथ चलने वाले कार्यक्रमों का संचालन भी था। निफ्ट कैम्पस ने 60 छात्र, 40 शिक्षक, तथा 14 भूतपूर्व छात्रों को संपर्क तथा अतिथि सम्मान कार्य में लगाया था। निफ्ट ने अहमदाबाद के अंतर्राष्ट्रीय तथा राष्ट्रीय दोनों हवाईअड्डों पर सभी गणमान्य अतिथियों तथा राजदूतों की मदद के लिए सहायता केंद्र भी स्थापित किये थे। छात्र तथा अध्यापक दल ने टेक्सटाइल इंडिया 2017 में राष्ट्रीय सत्र, राजकीय सत्र, फैशन शो, संगोष्ठियों तथा गोल मेज संगोष्ठियों में सबका स्वागत किया ।
संरक्षक/ स्वयंसेवक
सभी राजदूत प्रतिनिधियों, राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय प्रमुख प्रशासनिक अधिकारियों, देशी समूहों तथा संगोष्ठी के वक्ताओं के लिए निफ्ट ने संरक्षक तथा स्वयंसेवक भी उपलब्ध करवाए। इन स्वयंसेवकों को इस संगोष्ठी में भाग लेने वाले देश के करीब 25 से 30 उच्च डिज़ाइनरों से वार्तालाप करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था। इन्हें अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कुशल फैशन तथा वस्त्र व्यापारियों से भी वार्तालाप करने का अवसर प्राप्त हुआ। इस कार्यक्रम के अंतर्गत 24 गोल मेज गोष्ठियां तथा 6 संगोष्ठियाँ आयोजित की गयीं। इससे सभी स्वयंसेवकों का बहुत अधिक ज्ञानवर्धन हुआ। चूँकि यह एक अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम था, यहाँ अंतर्राष्ट्रीय विक्रेता तथा क्रेता मौजूद थे, साथ ही कपड़ा उद्योग के विशेषज्ञ भी उपस्थित थे।